रविवार, 24 अक्तूबर 2010

सही निर्णय

देश में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करने वाले संघ लोक सेवा आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा के प्रारूप में परिवर्तन किया है। ये परिवर्तन बहुत पहले हो जाने चाहिए थे। इसमें अब केवल दो परीक्षा होगी। जिसमे परीक्षार्थी का सामान्य ज्ञान,भाषा की जानकारी के अतिरिक्त विभिन्न समस्याओं से निबटने की उसकी क्षमता का भी आकलन होगा। देश में किसी भी नियुक्ति परीक्षा में उसका विषय उस पद के कार्य से अवश्य सम्बंधित होना चाहिए । ये जरुरी नहीं कि किसी परीक्षार्थी के शेक्षणिक योग्यता में उच्चतम अंक हैं तो वह किसी पद के लिए उपयुक्त पात्र होगा। ये परिवर्तन देश के सभी राज्यों की नियुक्ति परीक्षाओं में होना चाहिए। .........................सानु मार्गदर्शक
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शुभकामना सहित
'nazzara'

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