इलाहबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ द्वारा अयोध्या के राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में अब जाकर निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार विवादित स्थल का एक भाग निर्मोही अखाड़े को,एक भाग रामलला विराजमान(या उनके प्रतिनिधियों )को तथा एक भाग सुन्नी वक्फ बोर्ड को दिया जायेगा। सभी सम्बंधित पक्षों के पास अभी उच्चतम न्यायालय में अपील का अवसर है,यदि वे इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हों। आम भारतीयों चाहे वे हिन्दू हों या मुस्लिम सभी ने इस निर्णय का स्वागत किया है। जो इस निर्णय से खुश नहीं हैं वे उच्चतम न्यायालय में जाने की बात कर रहे हैं।
लेकिन जनाधार खो चुके कुछ नेता जैसे मुलायम सिंह और रामविलास पासवान तथा इमाम बुखारी देश की जनता को भड़काने का काम कर रहे हैं।
सभी भारतीयों से अनुरोध है की इन देश तोड़ने वालों की बातों में न आयें,देश में शांति और आपसी भाईचारा बनाये रखें,अपने अपने कार्यों में व्यस्त रहें ,अपने और देश की खुशहाली में हाथ बटाएं। ध्यान रहे ये निर्णय अंतिम नहीं है,अभी दोनों पक्ष उच्चतम न्यायालय में अपील करेंगे।................................राष्ट्र हित में......................सानु मार्गदर्शक.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें