शुक्रवार, 23 अप्रैल 2010

इंडियन पैसा लूटो (आई पी एल)

इस बार दो लोगों की राजनीति ने इस लूट को जनता के सामने ला दिया.इसे इंडियन पैसा लूटो कहना ज्यादा ठीक रहेगा.इससे सभी की जेबें भरी हैं चाहे वो आयोजक (बी सीसी आई) हो,प्रायोजक (विज्ञापन कम्पनियां)हो ,या फिर खिलाडी हों.खूब सट्टा लगा है.सरकार ने टैक्स माफ़ किया.मैच फिक्स होने की बात भी उठ रही है.क्रिकेट की खेल भावना सीमा-रेखा के बाहर किसी कोने में तड़प रही है.खिलाडी पैसे के चक्कर में अत्यधिक क्रिकेट के शिकार हो रहे हैं और चोटिल होकर आने वाली श्रृंखलाओं (असली क्रिकेट)से बाहर हो रहे हैं..................................................सानु मार्गदर्शक।_____________________________________ देश-भ्रमण की आसान जानकारी के लिएgoogleपर देखें-www.nazzara.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें